LESSON PLAN-HINDI

Guru Gobind Singh Indraprastha University
       
              INSTITUE OF VOCATIONAL STUDIES,
AWADH CENTRE OF EDUCATION




       
BACHELOR OF EDUCATION
(2016-2018)


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Amjad hussain                                                         Miss. juhi mam



परिचय

कला का सन्दर्भ विषयों से किस प्रकार है व् कला का प्रयोग करके किस प्रकार एक उतम पथ योजना निर्मित की जा सकती है इस सन्दर्भ में हमने एक पाठ योजना  रूपित की है जिसके द्वारा हमने संज्ञा के परिभाषा उसके प्रकार का वर्णन किया है |
कला और भाषा के द्वारा हम उतम पथ योजना बना सकते है चित्र द्वारा , लयबद्ध गीत आदि

                                                                  
                                                            


कला एवं भाषा के साथ एकीकरण
वास्तव में कला सभी विषयों द्वारा पूर्णता प्रदान करती है जैसे भाषा ,विज्ञान आदि में विबिन्न प्रकार के आकर चित्र उसको अधिक रोचकता और प्रभावी रूप प्रदान करते हैं | हिंदी भाषा में चित्र कलात्मकता के प्रभाव से सब को अपनी और आकर्षित करती है | एक सामान्य कला का ज्ञान रखना सभी शिक्षक के लिए जरूरी होता है चाहे वह किसी भी विषय का क्यों न हो |लोंगो का मन्ना है की भाषा के लियें शीषक को कला की जरूरत नही लेकिन यह भ्रम है भाषागत विषयों को भी कला की सहायता से भुत सुंदर ढंग से पढाया जा सकता है | उदाहरण के तौर पर किसी पथ को संगीत के ली आरोह अवरोह में पाठ्य जाए तो छात्रों को वह जल्दी  स्पष्ट व याद  हो सकता है | व्याकरण को पढ़ाने के लियें आध्यापिका चाट और विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का प्रयोग कर पथ को आसन कर सकती है  चित्र द्वारा अधियापिका खली को रोचात्म्क बना सकती है |
हिंदी भाषा में किस प्रकार कला का प्रयोग करके एक उतम पाठ योजना रूपित की जा सकती इस सन्दर्भ में संज्ञा की परिभाषा उसके प्रकार को कला का प्रयोग करके निर्मित किया गया है |



 पाठ योजना


   विषय : हिंदी                                                                                            दिनांक :
   उपविषय : संज्ञा                                                                                        कक्षा : छठी
                                                                                                               अवधि :

                                                         
      I.            सामान्य  उद्देश्य

·          छात्रों को  व्याकरण का ज्ञान होगा |
·          छात्र संज्ञा के बारे में जान पाएँगे |
·          छात्र संज्ञा के प्रकारों में बोध कर  पाएँगे |

  II.            विशिष्ट उद्देश्य

1.    ज्ञानात्मक
·       छात्र संज्ञा को परिभाषित कर पाएँगे |
·       छात्र संज्ञा में व्यक्तिवाचक भाववाचक जातिवाचक के उदाहरण का बोध कर सूचि तैयार कर पाएँगे 

2.    बोधात्मक
·       छात्र भाव ,जात ,व्यक्ति ,स्थान शब्द की पहचान कर पाएँगे
·       छात्र द्वारा व्यक्तिवाचक ,जातिवाचक भाववाचक में अंतर विभेद कर  पाएँगे |

3.    प्रयोगात्मक
·       छात्र को कक्षा में आइसक्रीम स्टिक द्वारा वह संज्ञा के प्रकार खोज पाएँगे |
·       छात्र स्टिक  द्वारा व्यक्तिवाचक , भाववाचक , जातिवाचक शब्दों को खोज कर प्रदर्शित कर  पाएँगे |
·       छात्र चित्र द्वारा व्यक्तिवाचक ,जातिवाचक भाववाचक में अंतर विभेद कर  पाएँगे


III.            छात्राध्यपिका द्वारा प्रयोग संसाधन |

   चार्ट ,ब्लैक बोर्ड

IV.            पूर्वज्ञान

छात्र ने विभिन्न जगह वस्तु नाम भाव सुने हुए व् देखे हुए है |

  V.            प्रस्तावना


प्रस्तावित प्रशन
सम्भावित उतर
1
तुम्हारे दोस्त का नाम क्या है |
हाँ मेरे दोस्त का नाम रवि है |
2
क्या आप किसी स्थान पर घुमाने गए हो
हाँ कुतुबमीनार आदि |
3
बच्चों हमारा राष्ट्रिय पक्षी कौन सा है |
 मोर
बच्चो आप रवि , कुतुबमीनार, मोर ,में अंतर बता सकते हो |
समस्यात्मक प्रशन |


उद्देश्य कथन
तो बच्चों आज हम इन स्थान नाम वस्तु भाव के बीच  बोध करेंगे |
                                                              प्रस्तुतिकरण

चरण
शिक्षण बिंदु
छात्राध्यपिका क्रियाकलाप
व्यवहारिक
उद्देश्य
छात्र क्रियाकलाप
शिक्षण सामग्री
1
संज्ञा की संकल्पना
संज्ञा का अर्थ – किसी व्यक्ति ,स्थान ,वस्तु आदि के गुण धर्म , स्वभाव  का बोध करने वाले शब्द संज्ञा कहलाते है |
छात्र संज्ञा को परिभाषित कर  पाएँगे
छात्र ध्यान से सुनते है |
                                              Description: C:\Users\kaushal\Desktop\New folder (2)\lp's pics\IMG_20170402_200610.jpg 

2
संज्ञा के प्रकार
संज्ञा के तीन  प्रकार है
       i.            व्यक्तिवाचक संज्ञा
     ii.            जातिवाचक संज्ञा
  iii.            भाववाचक संज्ञा

छात्र संज्ञा के प्रकार को सूचीबद्ध कर  पाएँगे
छात्र सभी अपनी कॉपी में लिखते है | एवं चित्र की और देखते हैं |
               Description: C:\Users\kaushal\Desktop\New folder (2)\lp's pics\IMG_20170402_173840.JPG
3
व्यक्तिवाचक संज्ञा
किसी एक व्यक्ति ,वस्तु या स्थान के लियें जिस नाम का प्रयोग होता है उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते है | जैसे -कुतुबमीनार,ताजमहल
नारायण ,रामायण | छात्राध्यपिका चित्र दिखाती है |
छात्र व्यक्तिवाचक संज्ञा को परिभाषित कर पाएँगे एवं उदाहरण सहित व्यक्तिवाचक को पहचान पाएँगे |
छात्र  द्वारा चित्र देखने पर व्यक्तिवाचक के उदाहरण दिए जाते  है |

          Description: C:\Users\kaushal\Desktop\New folder (2)\lp's pics\IMG_20170402_173923.JPG
4
जातिवाचक संज्ञा
जिस संज्ञा शब्द से उसकी सम्पूर्ण जाति का बोध होता हो उसे जातिवाचक संज्ञा कहते है जैसे – लड़का घोडा  
छात्र जातिवाचक संज्ञा को परिभाषित कर पाएँगे  एवं उदहारण  सहित जातिवाचक संज्ञा की पहचान कर पाएंगें |
 छात्र  द्वारा चित्र देखने पर व्यक्तिवाचक के उदाहरण दिए जाते  है |

         


           Description: C:\Users\kaushal\Desktop\New folder (2)\lp's pics\IMG_20170402_173908.JPG
5
भाववाचक संज्ञा
जिस संज्ञा शब्द से पर्दाथों गुण दोष धर्म आदि का बोध हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते है   जैसे- बुढ़ापा , मोटापा
छात्र जातिवाचक संज्ञा को परिभाषित कर पाएँगे  एवं उदहारण  सहित जातिवाचक संज्ञा की पहचान कर पाएंगें |
छात्र  द्वारा चित्र देखने पर व्यक्तिवाचक के उदाहरण दिए जाते  है |



Description: C:\Users\kaushal\Desktop\New folder (2)\lp's pics\IMG_20170402_173853.JPG
6
छात्र के द्वारा कक्षा गतिविधि में भाग लिया जाता है |
छात्र को इस आइसक्रीम स्टिक में से व्यक्तिवाचक ,जातिवाचक ,भाववाचक संज्ञा के शब्द खोंजे
छात्र शब्द खोज कर प्रदर्शित कर  पाएँगे तथा उनकी पहचान कर पाएँगे |


-

पुनः आवर्ती
·        किसी व्यक्ति स्थान गुण धर्म स्वभाव शब्द का बोध करने वाले शब्दों को संज्ञा कहते है |
·        संज्ञा के तीन प्रकार होते है व्यक्तिवाचक जातिवाचक ,भाववाचक ,
·        व्यक्तिवाचक किसी वस्तु स्थान के लियें प्रयोग की जाने वाले शब्द  व्यक्तिवाचक कहलाए जाते है |
·        जातिवाचक संज्ञा वह होता है जिससे की किसी जाती का बोध होता है | जैसा लड़का ,घोडा ,|
·        भाववाचक संज्ञा वह होती है | जिससे पर्दाथ के गुण दोष धर्म का पता चले जैसे मोटापा ,बुढ़ापा |

मुल्यांकन
1)    संज्ञा की परिभाषा को परिभाषित किजिए
2)    आइस्किर्म स्टिक में से संज्ञा के प्रकार खोजें
3)    आइस्किर्म स्टिक में से व्यकितवाचक ,भाववाचक एवं जातिवाचक के शब्दिक उदाहरण खोजे |


Comments

  1. पद्य की पाठ योजना चाहिए

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  2. पाठ योजना के प्रथम चरण में विद्यलय कानाम,दिनांक,कक्षा,विषय एवं कालांश लिखा जाता है

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  3. Sir gadya padye ke paath yojna chaye

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