school journal
INSTITUTEOF VOCATIONAL STUDIES
AWADH CENTRE OF EDUCATION
(Affiliated by Guru Gobind Singh Indraprastha University)
BACHELOR OF EDUCATION (B.Ed.) PROGRAMME
SESSION- 2016 – 2018
Preliminary School Engagement (PSE-1)
NAME: AMJAD HUSSAIN
R.NO.00513902116
स्कूल
जर्नल
13th oct,2016
मेरा आज
स्कूल का
पहला दिन है, मैं
बहुत उत्सुक
हूं। मैं
आज अपने
जीवन के
लक्ष्य की
पहली सीढ़ी
चढ़ने जा
रहा हु।
मेरा स्कूल GGSS SCHOOL,hauz
rani है ।
मेने ऐसा
कभी नही
फील किया
था। हम
सब ही
शिक्षक छात्र
बाहर खड़े होकर
सबका इंतज़ार
करने लगे
और अटेंडेंस
शीट साइन
की और
सब साथ अंदर
प्रवेश किया
। वहा
के अधिकतर
अध्यापको को
हमारे आने
का ज्ञान
नही था।
जब हैम
स्कूल के
अंदर गए
तो हैम
स्टाफ रूम
में बैठे।
फिर वहाँ
के सीनियर
टीचर ने
हमारा टाइम
टेबल बनाया
। और
हमें हमारे
सब्जेक्ट के
दो बिषय
सबको दिए
ऑब्जेर्व के
लिए।
14th oct 2016,
यह् मेरे
स्कूल का
दूसरा दिन
है , ।आज
जब मैं
पंहुचा तो
मुझे जो
क्लास मिली
थी ।उसमे
मैं गया
।क्लास को 3 पार्ट
में बाटा
गया था
। पहला
प्रतिभा दूसरा
निष्ठा और
तीसरा विश्वास
। मई 7A में
गया जो
प्रतिभा सेक्शन
में आती
थी ।उस
दिन टीचर
बच्चों की
मार्क्स शीट
बना रहे
थे।
17th oct 2016
मेरे स्कूल
का तीसरा
दिन है
।अपनी
अटेंडेंस लगवा कर हम सब अपनी अपनी क्लेसो में चले गए।इस दिन हमारे हिंदी के टीचर आये नहीं थे ।बच्चों को मैंने पढ़ाया ।ये प्रतिभा के बच्चे थे ।जो काफी ज्यादा होशियार थे। इन से भी काफी कुछ सीखने को मिला।
19th Oct
2016
मेरा मेरा स्कूल में चौथा दिन था क्योंकि इससे पहले मेरी एक छुट्टी हो गयी थी। इस दिन जब मई क्लास में गया तो हिंदी के टीचर आये है थे । उन्होंने रक्त से सम्बंधित पाठ बच्चों को पढ़ाया। उस दिन कुछ बच्चे पढ़ रहे थे कुछ पीछे खेल रहे थे।क्लास अनुशाशन बहुत ही बुरा था । जो बच्चे चिल्ला रहे थे टीचर ने उन्हें बहुत ही बुरी तरह मरा।
20 oct 2016
यह मेरा स्कूल
में
पाचवां
दिन
है
।
इस
दिन
मैं
प्रार्थना
में
शामिल
होने
के
लिए
निचे
गया
।प्रार्थना
हो
गयी।
फिर
वहां
के
पी
टी
अई
ने
एक
बच्चे
को
उसकी
वर्दी
की
वजह
से
बहुत
बुरी
तरह
मारा
क्योंकि
उसने
उस
दिन
वर्दी
सही
ढंग
से
नहीं
पहन
राखी
थी।
फिर
जब
हैम
अपनी
अपनी
क्लास
में
गए
तो
उस
दिन
मैंने
सामाजिक
विज्ञान
के
टीचर
पढ़ा
रहे
थे
।उन्होंने
बहुत
ही
अच्छा
पढ़ाया
।
21 oct 2016
यह मेरा स्कूल
में
छठा
दिन
था
।
इस
दिन
हिंदी
के
टीचर
ने
कुछ
भी
नहीं
पढ़ाया
।
पूरा
दिन
ऐसे
ही
निकल
गया
।लेकिन
लंच
के
बाद
एक
टीचर
ने
बच्चे
को
मार
दिया
फिर
उस
बच्चे
ने 100 नंबर
पर
कॉल
कर
दिया
फिर
पुलिश
आगयी
थी
उस
दिन
स्कूल
में
और
पोछताछ
कर
रही
थी
।
22 oct 2016
यह मेरा स्कूल
का
सातवां
दिन
था
।
हम
सभी
ने
अपनी
अपनी
हाजरी
लगाकर
अपनी
अपनी
क्लास
में
गए
।
उस
दिन
मैंने 8 b में
सामाजिक
विज्ञानं
के
टीचर
को
ऑब्जेरब
करने
गया
था लेकिन उस
दिन
उन्होंने
सामाजिक
विज्ञान
ना
पढ़ाकर उर्दू पढ़ाया
था
।
उर्दू
में
बच्चे
बहुत
ही
अच्छे
थे
।क्योंकि
वह
उस
स्कूल
में
ज्यादा
टार
बच्चे मुस्लिम थे
।
बच्चों
का
अनुशाशन
भी
बहुत
अच्छा
था
।
सभी
अच्छे
से
पढ़
रहे
थे।
24 oct 2016
यह मेरा स्कूल
में
आठवां
दिन
था
हम
सभी
स्कूल
पहुचे
अपनी
अपनी
हाजरी
लगाकर
क्लास
में
गए
।
उस
दिन
बच्चों
से
उन
के
बारे
में
पूछा
और
शिच्छा
को
लेकर
उनकी
परेशानी
पूछी।
सभी
ने
अपने
अपने
बारे
में
बताया अपनी परेशानी
को
बताया।
ज्यादा
तर
का
कहना
था
की
हमारे
टीचर
अच्छे
से
नहीं
पढ़ते।
लेकिन
कुछ
का
कहना
ये
भी
था
की
अगर
टीचर
पढता
भी
है
तो
बच्चे
पढ़ना
नहीं
चाहते।
25 oct 2016
आज मेरा स्कूल
में
नौवां
दिन
था
।आज
दिन
कुछ
मेरे
साथ
के
टीचर
प्रार्थना
में
गए
थे
उनके
साथ
मैं
भी
गया
था
।
प्रार्थना
ख़त्म
होने
के
बाद
हम
अपनी
अपनी
क्लास
में
गए
।
उस
दिन
मैंने
सामजिक
विज्ञानं
वाले
टीचर
को
पढ़ाते
हुए
देखा
वो
पढ़ा
तो
अच्छा
रहे
थे
लेकिन
बच्चे
उस
विषय
में
कोई
रूची
नहीं
दिखा
रहे
।
मैंने
कई बच्चे से
पुछा ज्यादा तर
बच्चों
को
सामाजिक
विज्ञानं
पढ़ना
अच्छा
नहीं
लगता।
उन्हें
उस
विषय
को
समझने
में
दिक्कत
होती
है।
26 oct 2016
आज स्कूल
में
दसवां
दिन
था
।
आज
के
दिन
मैंने
दोनों
विषय
के
टीचर
को
ऑब्जेरबे
किया
।
आज
के
दिन
दोनों
टीचर
ने
पढ़ाया
।
दोनों
ही
टीचर
कुछ
न
कुछ
सीखने
को
मिला।
लेकिन
बच्चों
का
अनुशाशन
कुछ
ठीक
नहीं
था।
27 oct 2016
आज स्कूल की
ट्रेनिंग
में
हमारा
ग्यारहवां
दिन
था
।टीचर
जी
आये
और
कुछ
भी
नहीं
पढ़ाया।
बस
अपने
रजिस्टर
में
लगे
रहे
पूरे
समय
तक
।
बच्चे
खेलने
में
लगे
थे
।
क्लास
में
अनुशासन
नाम
की
कोई
चीज
नहीं
थी।
और
उसके
बाद
जब
सामाजिक
विज्ञानं
वाले
टीचर
आये
तो
उन्होंने
सभी
बच्चों
को
आई
कार्ड
दिए
और
पूरा
समय
उसी
में
लगा
दिया।
28 oct 2016
आज स्कूल में
मेरा
बारहवां
दिन
है।
आज
हम
सभी
ने
हाजरी
लगा
के
अपने
अपने
क्लास
में
गए
।आज
के
दिन
किसी
ने
कुछ
नहीं
पढ़ाया
।आज
का
दिन
बहुत
ही
बोरिंग
था
।कुछ
अच्छा
नहीं
था
।
29 oct 2016
आज हमारा स्कूल
ट्रेनिंग
में
आखिरी
दिन
था
।
आज
हमारे
कॉलेज
से
जूही
मैंम
आई
थी
वो
सबसे 5 मिनट
पढ़वाकर
देख
रही
थी
।
वो
सभी
के
क्लास
में
गयी
और
हमें
पढाने
को
कहा
।सभी
ने
पढ़ाकर
दिखाया
उसके
बाद
हमारी
छुट्टी
हो
गयी
।
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